-
サマリー
あらすじ・解説
मुंशी प्रेमचंद की लिखित कफन कहानी का यह अंतिम भाग है इस भाग में यीशु और माधव दोनों शराब की दुकान पर बैठ जाते हैं और शराब पीते हैं और ज्यादा खाना खाते हैं कि उन्होंने अभी कभी जिंदगी में इतना खाना नहीं खाया और बच्चा खुशी को भिखारी को दे देते हैं खूब शराब पीते हैं खूब नाचते हैं और धीरे-धीरे वही मस्त होकर गिर पड़ते हैं कहानी की अंतिम दृश्य में हम देख सकते हैं कि जीसू और माधव यह मानते हैं कि बेचारी इस माया जंजाल से मुक्त हो गई हम जो कर रहे हैं वह बहुत ही बेकार काम है और हमारी संस्कृति और हमारा जीवन बहुत ही बेकार दशा में चल रहा है वह यहां से मुक्ति का गई अर्थात की यह संसार बेकार है और यहां से जाने के बाद में हमें सच में सुकून मिलता है मुंशी प्रेमचंद जी की दार्शनिक भावना यहां पर झलकता है साथ ही साथ टीवी भूख और स्त्री विमर्श सभी एक साथ में यहां पर हम देख सकते हैं