• Shri Bhagavad Gita Chapter 18 | श्री भगवद गीता अध्याय 18 | श्लोक 20

  • 2024/11/08
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Shri Bhagavad Gita Chapter 18 | श्री भगवद गीता अध्याय 18 | श्लोक 20

  • サマリー

  • इस वीडियो में हम श्रीमद्भगवद गीता के अध्याय 18 के श्लोक 20 का अध्ययन करेंगे, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण सात्त्विक ज्ञान का स्वरूप बताते हैं। सात्त्विक ज्ञान वह है जो सभी प्राणियों में एक ही अटूट और अविनाशी आत्मा को देखता है। इस ज्ञान में विविधता के बीच एकता का दर्शन होता है। जानें कैसे यह दृष्टिकोण व्यक्ति को परम सत्य के निकट ले जाता है और सभी जीवों में एकता का अनुभव कराता है। BhagavadGita #Chapter18 #Shlok20 #SattvikGyan #UnityInDiversity #SpiritualKnowledge #GeetaWisdom #DivineTeachings #KrishnaWisdom #सात्त्विकज्ञान #गीता #भगवदगीता #अध्याय18 #श्रीकृष्ण #अध्यात्मिकज्ञान #सर्वभूतेषु_एकता

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あらすじ・解説

इस वीडियो में हम श्रीमद्भगवद गीता के अध्याय 18 के श्लोक 20 का अध्ययन करेंगे, जिसमें भगवान श्रीकृष्ण सात्त्विक ज्ञान का स्वरूप बताते हैं। सात्त्विक ज्ञान वह है जो सभी प्राणियों में एक ही अटूट और अविनाशी आत्मा को देखता है। इस ज्ञान में विविधता के बीच एकता का दर्शन होता है। जानें कैसे यह दृष्टिकोण व्यक्ति को परम सत्य के निकट ले जाता है और सभी जीवों में एकता का अनुभव कराता है। BhagavadGita #Chapter18 #Shlok20 #SattvikGyan #UnityInDiversity #SpiritualKnowledge #GeetaWisdom #DivineTeachings #KrishnaWisdom #सात्त्विकज्ञान #गीता #भगवदगीता #अध्याय18 #श्रीकृष्ण #अध्यात्मिकज्ञान #सर्वभूतेषु_एकता

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